रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते तहसीलदार ने पकड़ा , एस डी एम ने बिना कार्यवाही किए छोड़ दिया
कसडोल
। महानदी के चिचपोल एवं सोनाईडीह घाट में छापेमारी कर तहसीलदार ने रेत से
भरे 5 ट्रैक्टर ट्रॉली को लावारिस हालत में पकड़ा और दूसरे दिन रात्रि के
समय कार्यालय बन्द हो जाने के बाद एस डी एम ने कार्यवाही किए बिना ही छोड़
दिया । किसी तरह की कार्यवाही के बिना एस डी एम द्वारा सभी ट्रैक्टर ट्रॉली
को छोड़ने से ग्रामीणों द्वारा एस डी एम की कार्यशैली पर उंगलियां उठाई जा
रही है ।
छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला कलेक्टर द्वारा रेत के अवैध उत्खनन पर
प्रभावी ढंग से रोक लगाने के सख्त निर्देश के बाद एस डी एम के निर्देश पर
राजस्व विभाग की टीम ने महानदी के चिचपोल एवं सोनाई - डीह घाट के बीच रेत
से भरे 5 ट्रेक्टर ट्रॉली को जप्त कर एस डी एम कार्यालय के परिसर में खड़ी
किया और दो दिन बाद रहस्यमय ढंग से ही बिना किसी कार्यवाही के छोड़ दिया गया
। जब से एस डी एम कार्यालय में मिथलेश डोण्डे बतौर एस डी एम पदस्थ हुए हैं
तब से राजस्व विभाग में आए दिन अजीबोगरीब घटनाएं घटित हो रही है । इसी तरह
का एक मामला प्रकाश में आया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार महानदी के
चिचपोल एवं सोनाईडीह घाट में हाईवा एवं ट्रैक्टर द्वारा रेत के अवैध उत्खनन
एवं परिवहन की शिका - यतें ग्रामीणों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों से की
जा रही थी । ग्रामीणों से मिल रही लगातार शिकायत को देखते हुए एस डी एम
मिथलेश डोण्डे के निर्देश पर दिनांक 15 जून को तहसीलदार सुश्री शयामा पटेल
ने अपने स्टॉफ सहित महानदी के चिचपोल एवं सोनाईडीह घाट में छापेमारी की ।
राजस्व विभाग की टीम के बताए अनुसार रेत से भरे 5 ट्रैक्टर ट्रॉली लावारिस
हालात में मिली जिसे अन्य ट्रैक्टर से परिवहन कर एस डी एम कार्यालय परिसर
में खड़ी किया गया । तहसील -दार श्यामा पटेल का कहना है कि ट्रैक्टर ट्रॉली
लावारिस हालात में मिली थी इसलिए आसपास के गांव में मुनादी कर दी गई है
लेकिन 15 जून के शाम तक कोई भी ट्रैक्टर ट्रॉली के मालिक के नहीं आने के
कारण किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है । दूसरे दिन याने 16 जून को
रात्रि के समय एस डी एम मिथलेश डोण्डे ने सभी ट्रैक्टर ट्रॉली को किसी तरह
की कार्यवाही किए बिना ही अचानक छोड़ दिया । इस संबंध में एस डी एम से पूछे
जाने पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी ट्रैक्टर ट्रॉली को मैंने छोड़ा है ,
इसमें किसी तरह का जुर्माना भी नहीं किया गया है । एस डी एम द्वारा रेत से
भरे 5 ट्रैक्टर ट्रॉली को छोड़े जाने से एवं तहसीलदार द्वारा सभी ट्रैक्टर
ट्रॉली को लावारिस बताए जाने से उनके कार्यशैली पर ग्रामीणों द्वारा उंगली
उठाई जाने लगी है । ग्रामीणों का कहना है कि सभी ट्रैक्टर ट्रॉली एवं
ट्रेक्टर लवन नगर एवं क्षेत्र के हैं , उनके द्वारा लगातार रेत का अवैध
उत्खनन किया जाता रहा है । ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर कार्यवाही के
नाम पर खानापूर्ति के लिए ट्रैक्टर को मौके से भागने का अवसर दिया जाना और
उन्हें लावारिस बताए जाने से चरौदा ,चिचपोल मोहतरा के ग्रामीण एस डी एम एवं
राजस्व विभाग की टीम के कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं साथ ही
रेत माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप भी लगा रहे हैं । यदि शासन के
जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ही रेत के अवैध उत्खनन करने वाले लोगों के साथ
नरम रवैया अपनाया जाएगा तो इस अवैध कारोबार पर आखिर रोक लगाएगा कौन ।