बिहार और महाराष्ट्र सहित 19 राज्यों में पेट्रोल 100 के पार निकला, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 110 रुपए पर पहुंचा

 

 


 

आज लगातार दूसरे दिन पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 35 पैसे महंगा हुआ है। इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल 99.86 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। हालांकि आज डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। ये 89.36 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इस महीने ये तीसरी बार पेट्रोल की कीमत में इजाफा हुआ है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में पेट्रोल 110 रुपए लीटर के पार निकल गया है। देश के 19 राज्यों में पेट्रोल और 3 राज्यों में डीजल 100 रुपए प्रति लीटर के पार निकल गया है।

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम

शहर पेट्रोल (रुपए/लीटर) डीजल (रुपए/लीटर)
श्रीगंगानगर 111.14 102.60
अनूपपुर 110.73 100.51
परभणी 108.23 97.66
भोपाल 108.16 98.13
जयपुर 106.64 98.47
मुंबई 105.92 96.91
दिल्ली 99.86 89.36

19 राज्यों में पेट्रोल और 3 राज्यों में डीजल 100 के पार निकला
देश के 16 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मणिपुर, तेलंगाना, सिक्किम और राजस्थान के सभी जिलों में पेट्रोल 100 रुपए पर पहुंचा गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उड़ीसा, चंडीगढ़, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, पांडिचेरी, त्रिपुरा और लद्दाख में भी कई जगहों पर पेट्रोल 100 रुपए लीटर के पार निकल गया है। वहीं डीजल की बात करें तो ये उड़ीसा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 100 रुपए से भी ऊपर निकल गया है।

जून में 18 बार बढ़े थे दाम
जून में फ्यूल प्राइसेज में 16 बार बढ़ोतरी हुई। इस महीने राजधानी दिल्ली में जून में पेट्रोल 4 रुपए 58 पैसे और डीजल 4 रुपए 02 पैसे महंगा हुआ। इससे पहले मई में भी पेट्रोल-डीजल के दाम 16 बार बढ़े थे।

इस साल अब तक पेट्रोल 15.89 और डीजल 15.24 रुपए महंगा हुआ
इस साल 1 जनवरी को पेट्रोल 83.97 और डीजल 74.12 पर था, जो अब 99.86 और 89.36 रुपए प्रति लीटर पर है। यानी 6 महीनों में पेट्रोल 15.89 और डीजल 15.24 रुपए महंगा हुआ है। जून में अब तक पेट्रोल 4 रुपए 23 पैसे और डीजल 3 रुपए 74 पैसे महंगा हो चुका है।

76 डॉलर पर पहुंचा कच्चा तेल
इसी सप्ताह ओपेक देशों की बैठक हुई थी। इसमें आगामी अगस्त से दिसंबर के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर फैसला होना था। लेकिन 11 घंटे तक चली बैठक के बाद भी कोई फैसला नहीं हो पाया। सोमवार को सिंगापुर के बाजार में कारोबार की शुरूआत में कच्चा तेल मामूली नरम हुआ। उस समय ब्रेंट क्रूड 76 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड हो रहा था जो कि पिछले सप्ताहांत के मुकाबले 0.17 डॉलर कम है। इसी तरह वहां यूएस वेस्ट टैक्सास इंटरमीडियएट या डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.15 डॉलर घट कर 75.01 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड हो रहा था।

अभी और महंगे हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि ओपेक कच्चे तेल का प्रोडक्शन बढ़ाने को राजी नहीं हुए हैं और ईरान पर लगे प्रतिबंध भी अभी तक नहीं हट सके हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में कच्चे तेल के दाम और बढ़ सकते हैं।

अजय केडिया बताते हैं अक्टूबर 2018 में कच्चा तेल 86 डॉलर तक पहुंच गया था। 3 साल बार एक बार फिर वैसा ही ट्रेंड बनता दिख रहा है। ऐसे में इस साल के आखिर कच्चा तेल एक बार फिर 86 डॉलर तक जा सकता है। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इनकी कीमत में 10 रुपए लीटर की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

एक्साइज ड्यूटी से सरकार की कमाई 6 सालों में 3 गुना हुई
2014 में मोदी सरकार आने के बाद वित्त वर्ष 2014-15 में पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर एक्साइज ड्यूटी से 1.72 लाख रुपए की कमाई हुई थी। 2020-21 में यह आंकड़ा 4.54 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया। यानी सिर्फ 6 सालों में ही एक्साइज ड्यूटी से केंद्र सरकार की कमाई 3 गुना हुई। वहीं राज्यों को पेट्रोल-डीजल पर वैट लगाने से होने वाली कमाई 5 साल में 43% बढ़ी है।

वित्त वर्ष 2014-15 में इससे होने वाली कमाई 1.37 लाख करोड़ थी जो 2020-21 में बढ़कर 2.03 लाख करोड़ पर पहुंच गई। कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद भी सरकार ने पेट्रोल- डीजल पर भारी टैक्स वसूलकर अपना खजाना भरा है।

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