बैंकों के निजीकरण के विरूद्ध दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल

 राजनांदगांव। युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आव्हान पर बैंकों के निजीकरण के विरुद्ध दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल में जिले के लगभग 300 अधिकारी-कर्मचारियों ने स्टेट बैंक मुख्य शाखा के पास एवं बैंक ऑफ बडौदा पोस्ट आफिस चौक के पास एकत्रित होकर वित्तमंत्री एवं निजीकरण के खिलाफ आयकर नारेबाजी की। 
उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला संगठन सचिव सतीश चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक संसद में पारित किया जाना है, जो बैंक एवं आम जनता के हितों पर कुठाराघात है। सरकार द्वारा किये जा रहे सार्वजानिक क्षेत्र के बैंको के निजीकरण एवं बैंकिंग सुधार के नाम से बनाई जा रही गलत नीतियों का जमकर विरोध कर रहे हैं। पूरे देश में लगभग 10 लाख बैंक के अधिकारी-कर्मचारी इस आंदोलन में सम्मिलित हो रहे हैं। सभा को स्टेट बैंक एवं सार्वजानिक क्षेत्र के बैंकों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया, जिसमें सतीश चौधरी, यज्ञदत्त वर्मा, विजेंद्र हुमने, शिवेंद्र नागेश्वर, श्रीमति मनाली वासनिक, विशाखा चौरसिया, गिरीश साहू मुख्य थे। 
इस अवसर पर खैरागढ़ से दीप्ति श्रीवास्तव, मुरमुंदा से योगेश साहू, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से खेमचंद नंदनवार, यूको बैंक से गोपेश साहू, केनरा बैंक से विकास साहू, बैंक ऑफ महाराष्ट्र से पूजा पयक, यूको बैंक से विकास वर्मा भारतीय जीवन बीमा निगम से श्री मेश्राम आदि उपस्थित एवं हड़ताल को समर्थन दिया। इस हड़ताल के समर्थन में एसबीआई पेंशनर एसोसिएशन की ओर से राजेंद्र वर्मा भी उपस्थित थे।

Popular posts from this blog

जनसंपर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव ने कार्यभार ग्रहण के बाद विभागीय अधिकारियों के साथ परिचयात्मक बैठक ली

सचिन पायलट होंगे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रभारी, कुमारी सैलजा की हुई छुट्टी

जामा मस्जिद मुतवल्ली चुनाव में गुलाम शकील रजा ने अपना समर्थन हाजी अब्दुल फहीम को दिया