सावित्री बाई फुले की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करना गौरवपूर्ण निर्णय : आशीष रामटेके
राजनांदगांव।
नगर बौद्ध कल्याण समिति जिला राजनांदगांव युवा विंग उपाध्यक्ष आशीष
रामटेके ने देश की महान समाज सुधारक सावित्री बाई फुले की फोटो चित्र लगाने
एवं उनके व्यक्तित्व को जीवनी के माध्यम से पाठ्यक्रम में शामिल कर
जनसमान्य के सामने रखने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्णय पर हर्ष जताते
हुए कहा है कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस निर्णय से सावित्री बाई फुले
के योगदान के साथ आज पूरा पूरा न्याय हुआ है। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल
राजनांदगांव जिले के गण्डई में राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले जयंती
सम्मान समारोह एवं मां भगवती शाकम्भरी पूजा-अर्चना कार्यक्रम में बतौर
मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। नगर बौद्ध कल्याण समिति जिला राजनांदगांव युवा
विंग उपाध्यक्ष आशीष रामटेके ने यह भी कहा कि, मुख्यमंत्री ने सभी प्राथमिक
एवं माध्यमिक विद्यालयों में भी सावित्री बाई फुले की फोटो चित्र लगाने का
भी अभूतपूर्व निर्णय लिया है, उनके इस निर्णय से शिक्षा जगत से जुड़े हुए
विद्वानों और मूलनिवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सावित्री बाई फुले
देश की प्रथम शिक्षिका मानी जाती है। शिक्षा जगत में उनके द्वारा किये गए
अतुलनीय योगदान को देश कभी नहीं भूल सकता। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस
निर्णय से शिक्षा जगत से जुड़े देश के लाखों शिक्षकों और विद्वानों को
प्रेरणा मिलेगी।