सरकारी योजना के असर से मूंग नरम, उड़द मोगर टूटी

इंदौर । सोमवती अमावस्या पर इंदौर सहित प्रदेश की अधिकांश मंडियों में अवकाश रहा लेकिन मंडी के बहार सीमित रूप से प्राइवेट में कामकाज हुए। मसूर की आवक बेहद कमजोर है जबकि मिलों की छुटपुट मांग रहने से भाव मजबूत बोले गए। प्राइवेट कारोबार में मसूर 6650 रुपये प्रति क्विंटल तक बोली गई। शनिवार के मुकाबले मसूर में करीब 50 रुपये की मजबूती तो है लेकिन अमावस्या के कारण कमजोर आवक को इसकी वजह माना जा रहा है। दूसरी ओर बीता सप्ताह चने में गिरावट वाला रहा। मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली और राजस्थान तक के बाजारों में चने के भाव नरम पड़े। दरअसल लग्नसरा का सीजन निकल चुका है। बेसन में मांग कमजोर है। आगे अच्छे मानसून की उम्मीद भी बनी हुई है। इस बीच स्टाकिस्टों के पास चने का भरपूर भरावा है। बाजार को अंदेशा है कि बारिश के पहले स्टाक निकालने की जद्दोजहद दिखेगी। इससे भी मिलों की लेवाली काफी कमजोर है। इस सब के प्रभाव से भाव में मंदी का वातावरण बना हुआ है। दिल्ली में भी राजस्थान और एमपी लाइन के चने के दाम 50 से 75 रुपये तक नरम पड़ गए हैं। इस साल चने का उत्पादन अच्छा होने के साथ ही पुराना स्टाक भ...