डामरीकरण की जगह गड्डे में डाले मुरुम,परेशानी और बढ़ गई
बिलासपुर। जोनल स्टेशन से लेकर चुचुहियापारा तक सड़क जर्जर हो चुकी थी। लोगों को यहां से गुजरने में परेशानी भी हो रही थी। मांग से लेकर शिकायत होने पर रेलवे ने सड़क की सुध तो ली पर मरम्मत की औपचारिकता कर लोगों की दिक्कत और बढ़ा दी है। गड्डों में डामरीकरण की जगह मुरुम डाल दी गई है। बारिश होने पर मुरुम में कीचड़ में तब्दील हो जाता है। इसकी वजह राहगीर गिर भी रहे हैं। लेकिन रेलवे को इसकी परवाह नहीं है।
इस सड़क से चुचुहियापारा, शंकर नगर, हेमू नगर, झोपड़ापारा, नयापारा, न्यू लोको कालोनी, धुमा व सिलपहरी समेत आसपास रहवासी व्यापारी, सब्जी विके्रता गुजरते हैं। दरअसल स्टेशन से थोड़ी दूर चुचुहियापारा अंडरब्रिज भी है। इसके बनने की वजह से सड़क की उपयोगिता बढ़ गई है। कम दूरी की वजह से लोग इसी सड़क से आवाजाही करना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन जर्जर सड़क वजह से उन्हें संभलकर चलना पड़ रहा था। कई बार दुर्घटना भी हुई। लोगों की नाराजगी और न बढ़ जाए, इसलिए रेलवे ने मरम्मत करने का निर्णय लिया। पर इसमें भी औपचारिकता निभा दी गई है। इसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। गड्डे को भरकर डामरीकरण करने के बजाय रेलवे ने सभी गड्डों में मुरुम डाल दी है। इसके चलते परेशानी खत्म होने के बजाय बढ़ गई है। लोगों में रेलवे की इस अव्यवस्था को लेकर भारी नाराजगी है।
उनका कहना है कि रेलवे एक तो अपनी जमीन किसी का हस्तक्षेप नहीं चाहती और न व्यवस्था सुधारने में रुचि लेती है। नियमानुसार रेलवे क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत से लेकर सुंदरीकरण व डामरीकरण कार्य रेलवे को ही करना है। लेकिन तितली चौक से बुधवारी बाजार जाने वाली सड़क की स्थिति इतनी जर्जर है कि लोग अब यहां से गुजरने के बजाय रास्ता बदलकर मंजिल तक पहुंच रहे हैं। जबकि यह बेहद व्यस्त मार्ग है। यह सड़क हेमू नगर, चुचुहियापारा, तोरवा, लालखदान जैसे प्रमुख क्षेत्र के लिए जाती है। पर रेलवे महत्वपूर्ण सड़कों की भी अनदेखी कर रही है।